यहां थूक लगी रोटी और हापुड़ वाला जूस नहीं मिलेगा, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के उद्घाटन पर बोले सीएम योगी
गोरखपुर में गेस्ट और पर्यटकों को मिलेगी फाइव स्टार सुविधा
सीएम योगी ने कहा कि अब गोरखपुर आने वाले अतिथियों और पर्यटकों को फाइव स्टार सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि रामगढ़ताल के चारों तरफ रिंग रोड बन रहा है। इससे लोगों को परिवार के साथ निकलने, गेस्ट और पर्यटकों के लिए दिनभर का कार्यक्रम बन जाएगा। चारों तरफ झील की खूबसूरती को देखने के बाद क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट चले गए और फिर चिड़ियाघर जाकर प्रकृति के साथ आनंद उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शानदार लाइटिंग से गोरखपुर में रात्रि का नजारा बेहद आकर्षक लगता है। सीएम ने विश्वास व्यक्त किया कि फ्लोटिंग रेस्टोरेंट स्थानीय लोगों और देश-दुनिया के पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शानदार कनेक्टिविटी से अब यहां होटलों की चेन खुलने जा रही है। जल्द ही कन्वेंशन सेंटर भी बनने जा रहा है।
फाइव स्टार सुविधाओं वाला है फ्लोटिंग रेस्टोरेंट
रामगढ़ताल में बना है फ्लोटिंग रेस्टोरेंट फाइव स्टार सुविधाओं वाला है। जीडीए का दावा है कि यह उत्तर भारत का पहला फ्लोटिंग रेस्टोरेंट है। कुल 9600 वर्गफुट क्षेत्रफल और तीन मंजिला इस फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में एकसाथ 100 से 150 आगंतुक बैठ सकते हैं। ‘फ्लोट’ का संचालन करने वाली कंपनी के प्रबंध निदेशक आलोक अग्रवाल बताते हैं कि ग्राउंड फ्लोर से पहले और दूसरे फ्लोर तक लिफ्ट की भी सुविधा है। ग्राउंड फ्लोर पर बने फूड कोर्ट में शुद्ध शाकाहारी लजीज व्यंजनों की लंबी श्रृंखला है। जबकि पहले फ्लोर पर संगीतमय अंदाज में पार्टी की जा सकेगी। दूसरा फ्लोर ओपन रूफटॉप का है जहां खुले में बैठकर ताल का दीदार करने के साथ व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकता है। पूरे फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की डिजाइन ऐसी है कि इसमें बैठने वालों को रामगढ़ताल की खूबसूरती पूरी तरह दिखेगी। इसके निर्माण पर दस करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है और इसे इंडियन रजिस्ट्रार ऑफ शिपिंग के मानकों के अनुरूप बनाया गया है।
कुल 479 फ्लैट्स होंगे ग्रीनवुड अपार्टमेंट में
ग्रीनवुड अपार्टमेंट रामगढ़ताल के समीप 5.20 एकड़ में बनाया जा रहा है। 374.49 करोड़ रुपये की लागत और मिवान तकनीकी से बनने वाले इस आवासीय प्रोजेक्ट में थ्री बीएचके एचआईजी के 300 तथा फोर बीएचके एचआईजी के 179 फ्लैट्स बनेंगे। इस अपार्टमेंट का निर्माण जुलाई 2027 तक पूर्ण कराने का लक्ष्य है।